Wednesday 14 August 2013

भारती माँ जय बोलें ...



डॉ.ज्योत्स्ना शर्मा
1
बहुरंगी दुनिया भले ,रंग भा गए तीन ,
बस केसरिया ,सित ,हरित ,रहें वन्दना लीन।
रहें वन्दना लीन , सीख लें उनसे सारी ,
ओज ,शूरता ,त्याग ,शान्ति हो सबसे प्यारी ।
धरा करे शृंगार  ,वीर ही रस हो अंगी ,
नस नस में संचार ,भले दुनिया बहुरंगी ।।
2
बोलें जिनके कर्म ही , ओज भरी आवाज़ ,
ऐसे दीपित से रतन ,जनना जननी आज ।
जनना जननी आज ,सुता झाँसी की रानी ,
वीर शिवा सम पुत्र ,भगत से कुछ बलिदानी ।
कुछ बिस्मिल आज़ाद , नाम अमृत रस घोलें ,
गाँधी और सुभाष ,भारती माँ  जय बोलें ।।
3
एक लड़ाई कल लड़ी ,एक लड़ाई आज ,
विजयी गाथाएँ लिखें ,जिएँ मातृभू काज ।
जिएँ मातृभू काज ,मिटाएँ सब अँधियारा ,
खोलें नयन कपाट ,दिखाएँ कर उजियारा ।
भारत बने महान ,सकल जग करे बड़ाई ,
ठान तमस से रार ,लड़ेंगें एक लड़ाई  ।।

हार्दिक शुभ कामनाओं के साथ .....


ज्योत्स्ना शर्मा 

11 comments:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टी का लिंक कल बृहस्पतिवार (15-08-2013) को "जाग उठो हिन्दुस्तानी" (चर्चा मंच-अंकः1238) पर भी होगा!
    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...!
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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    1. ह्रदय से आभार आपका ....एवं स्वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत शुभ कामनाएँ !

      सादर
      ज्योत्स्ना शर्मा

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  2. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,

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    1. बहुत बहुत शुभ कामनाएँ आपको भी !

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  3. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,

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    1. बहुत बहुत शुभ कामनाएँ आपको भी !

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  4. तीनों कुण्डलियाँ बहुत भाव प्रवण हैं ।एक लड़ाई कल लड़ी ,एक लड़ाई आज , विजयी गाथाएँ लिखें ,जिएँ मातृभू काज |-देश को मज़बूत करने के लिए आने वाले समय में लड़ने वाली लड़ाई की ओर संकेत किया गया। on भारती माँ जय बो

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    1. मेरे भावों से समरस आपकी प्रतिक्रिया बहुत प्रेरक और सुखद है ...हृदय से आभार !

      सादर
      ज्योत्स्ना शर्मा

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  5. sundar kundaliyan .... vishesh kar last wali umda ..samyik ..sadar ..jai hind :)

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    1. हृदय से आभार ...sunita agarwal जी ..बहुत शुभ कामनाएँ !

      सादर
      ज्योत्स्ना शर्मा

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  6. वाह . बहुत उम्दा,
    कभी यहाँ भी पधारें
    http://saxenamadanmohan.blogspot.in/
    http://saxenamadanmohan1969.blogspot.in/

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